अपने यूट्यूब चैनल को हैक होने से इस तरह से बचाएं

यूट्यूब चैनल ग्रो करने में समय और एनर्जी लगती है। लेकिन हैक होने में केवल एक गलती की जरूरत होती है। छोटे चैनल भी हैकर्स के निशाने पर होते हैं क्योंकि वे सुरक्षा के जरूरी कदम नहीं उठाते।

Anil Rajak Updated: September 03, 2024 2:30 AM IST

किसी भी यूट्यूब क्रिएटर को अपने चैनल को ग्रो करने में बहुत टाइम साथ ही काफी एनर्जी लगती हैं। लेकिन वहीं यूट्यूब चैनल हैक होने में और सब कुछ खोने के लिए सिर्फ एक मिस्टेक जरूरत पड़ती हैं। लोगों का मानना है कि हैकर्स सिर्फ बड़े चैनलों पर ही हमला करते है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। छोटे चैनल भी उनके टारगेट पर रहते हैं। क्योंकि उन छोटे चैनलों ने खुद को बचाने के लिए जरूरी स्टेप्स नहीं उठाए होते हैं। इसलिए आइए आपको कुछ ऐसे स्टेप्स बताते है। जिन्हें फॉलो करके अपने चैनल को प्रोटेक्ट कर सकते है।

इन तरीको से अपने यू्ट्यूब चैनल को प्रोटेक्ट रखें

1. टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन करें

यह एक एक्स्ट्रा प्रोटेक्शन लेयर होती है। जो आपके यूट्यूब अकाउंट को ज्यादा सुरक्षित बनाती है। जब आप टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑन करें चालू करते हैं। तो आपको अपने पासवर्ड के अलावा एक एक्स्ट्रा कोड भी दर्ज करना होग। जो आपके फोन या ईमेल पर भेजा जाएगा। इससे यह साबित होता है कि आप ही अपने खाते में लॉग इन कर रहे हैं। भले ही आपका पासवर्ड गलत हाथों में पड़ जाए, 2FA आपके चैनल को बचा सकता है।

2. अपने चैनल पर परमिशन सेट करें

जैसे-जैसे आपका चैनल ग्रो करता है। आपको दूसरों को अपने चैनल का एक्सेस देने की जरूरत पड़ सकती है। ये वे लोग हो सकते हैं। जिन्हें आपने काम के लिए अपॉइंट किया है। वे ऐसे ब्रांड हो सकते हैं जिन्हें ब्रांड डील में रिजल्ट की रिपोर्टिंग के लिए कुछ हद तक आपके चैनल के एक्सेस की जरूरत होती है। सबसे पहले, हैक से बचने के लिए अपने चैनल पर एक्सेस का सही लेवल पर डिसाइड करें। परमिशन बहुत सावधानी से और सोच-समझकर दें। अपने चैनल की परमिशन को लगातार रिव्यू करते रहें। ताकि उन लोगों को हटाया जा सके जिन्हें एक्सेस की आवश्यकता नहीं है।

3. पासवर्ड को रखें मजबूत

आपके यूट्यूब चैनल को एक मज़बूत पासवर्ड की जरूरत है। आपको अपना पासवर्ड कभी भी किसी साथ शेयर नहीं करना चाहिए। कभी री-यूज पासवर्ड का इस्तेमाल न करें। आपके पासवर्ड में नंबर्स, लेटर्स और सिंबल्स का मिक्सअप होना चाहिए।

4. फिशिंग और मैलवेयर के बारे में सावधान रहें

अगर आप या आपके चैनल का एक्सेस रखने वाले लोग। किसी फिशिंग प्लेनिंग के झांसे में आ जाते है या फिर मैलवेयर इंस्टॉल कर लेते है। तो आपके सभी प्रोटेक्शन फेल हो सकते है। फिशिंग आपको धोखा देकर आपकी निजी जानकारी, जैसे कि पासवर्ड या 2FA कोड हासिल करने की कोशिश होती है। यह आपको ऐसी फाइलें या सॉफ़्टवेयर डाउनलोड करने के लिए मोटिवेट करने की कोशिश भी हो सकती है। जिसमें कोई खतरनाक पेलोड छिपा हो।