इंस्टाग्राम शॉपिंग और इन्फ्लुएंसर कोलैबोरेशन: शॉपेबल पोस्ट्स के जरिए सेल्स को कैसे बढ़ाये
इंस्टाग्राम शॉपिंग और इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग का मेल ब्रांडों के लिए एक गेम-चेंजर साबित हुआ है. इन्फ्लुएंसर द्वारा प्रोडक्ट को शॉपेबल पोस्ट के रूप में दिखाने से, यूजर सीधे खरीदने के लिए प्रेरित होते हैं.
इंस्टाग्राम ने पिछले कुछ सालों में सिर्फ एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से एक व्यापक ई-कॉमर्स हब बनने का सफर तय किया है. इंस्टाग्राम शॉपिंग और इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग की तालमेल ने ब्रांडों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद की है.
इंस्टाग्राम शॉपिंग: एक नया जमाना
इंस्टाग्राम शॉपिंग ने ब्रांड को अपने प्रोडक्ट्स को सीधे प्लेटफॉर्म पर दिखानें का मौका दिया है. अब, यूजर एक पोस्ट में प्रोडक्ट देखकर, उसे खरीद सकते हैं, बिना किसी बाहरी वेबसाइट पर जाने के. इससे यूजर एक्सपीरियंस बेहतर हुआ है और ब्रांड के लिए कन्वर्जन रेट्स बढ़े हैं.
विशेषताएं(Properties)
प्रोडक्ट टैगिंग: पोस्ट में प्रोडक्ट्स को टैग करके, यूजर सीधे उस प्रोडक्ट की जानकारी और कीमत देख सकते हैं.
शॉपिंग स्टिकर: स्टोरीज में शॉपिंग स्टिकर का यूज करके, ब्रांड्स अपने प्रोडक्ट्स को हाइलाइट कर सकते हैं.
शॉपिंग टैब: प्रोफाइल में एक शॉपिंग टैब के जरीये, ब्रांड अपने सभी प्रोडक्ट्स को एक जगह पर ही दिखा सकते हैं.
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग का जादू
इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग ने ब्रांड के लिए एक जोरदार टूल के रूप में उभरा है. इन्फ्लुएंसर अपने फॉलोअर्स के बीच भरोसेमंद होते हैं और उनके प्रोडक्ट रिकमेंडेशन का काफी असर पड़ता है. इंस्टाग्राम के साथ मिलकर, इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग ने एक नई ऊंचाई हासिल की है.
- इन्फ्लुएंसर कोलैबोरेशन: ब्रांड्स इन्फ्लुएंसरों के साथ पार्टनरशिप करके अपने प्रोडक्ट्स को उनके ऑडियंस तक पहुंचाते हैं. इन्फ्लुएंसर प्रोडक्ट का यूज करते हुए वीडियो या फोटो पोस्ट करते हैं, जिसमें प्रोडक्ट टैग होता है.
- ऑथेंटिसिटी की ताकत: इन्फ्लुएंसर के फॉलोअर्स उनके राय पर भरोसा करते हैं. इसलिए, ऑथेंटिक प्रोडक्ट रिकमेंडेशन से सेल्स में तेजी आती है.
- टारगेटेड ऑडियंस: इन्फ्लुएंसर के फॉलोअर्स ब्रांड के टारगेट ऑडियंस के अनुरूप होते हैं, जिससे मार्केटिंग असरदार होती है.
इंस्टाग्राम शॉपिंग और इन्फ्लुएंसर कोलैबोरेशन का कॉम्बो
इंस्टाग्राम शॉपिंग और इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग का मेल ब्रांड के लिए एक गेम-चेंजर साबित हुआ है. इन्फ्लुएंसर द्वारा प्रोडक्ट को शॉपेबल पोस्ट के रूप में दिखाने से, यूजर सीधे खरीदने के लिए प्रेरित होते हैं.
- बढ़ती हुई कन्वर्जन रेट्स: शॉपेबल पोस्ट्स से यूजर को खरीदने की प्रक्रिया आसान हो जाती है, जिससे कन्वर्जन रेट्स में तेजी आती है.
- ब्रांड अवेयरनेस: इन्फ्लुएंसर के बड़े फॉलोअर्स बेस कि वजह से, ब्रांड की पहुंच बढ़ती है और ब्रांड अवेयरनेस में सुधार होता है.
- यूजर इंगेजमेंट: इन्फ्लुएंसर के कंटेंट के साथ इंटरैक्ट करने से यूजर इंगेजमेंट बढ़ता है, जिससे ब्रांड के लिए पॉजिटिव सोच पैदा होती हैं.