“शार्ट-वीडियों और फेसबुक रील्स से करें इंन्फ्लुएंसर मार्केटिंग का गेम चेंज”

इस तरह रील्स का इस्तेमाल कर आप और आपके इंन्फ्लुएंसर्स एक बड़े और लक्षित दर्शक तक पहुंच सकते हैं और अपनी ऑनलाइन प्रतिष्ठा को मजबूत कर सकते हैं।

Sakshi Sharma Updated: August 22, 2024 6:19 AM IST

आजकल, सोशल मीडिया पर शॉर्ट-फॉर्म वीडियो का बोलबाला है और इस दौड़ में Facebook Reels भी पीछे नहीं है। यह प्लेटफॉर्म ब्रांडों और इंन्फ्लुएंसर्स दोनों के लिए एक नया अवसर लेकर आया है, जहां वे अपने दर्शकों के साथ अधिक गहराई से जुड़ सकते हैं और अपनी पहुंच भी बढ़ा सकते हैं। कई ब्रांड्स और कंपनियां सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये शार्ट वीडियों या रील्स बनाकर अपने प्रोडक्ट और सर्विसेज का प्रचार करती हैं। इसका मुख्य उद्देश्य उन व्यक्तियों तक अपनी सर्विसेज का संदेश पहुंचाना है जिन्हें उनके टारगेट या लक्ष्य के रूप में देखा जाता है।आइए जानते हैं, कैसे आप इंन्फ्लुएंसर मार्केटिंग करते समय Facebook Reels को पोस्ट कर लाभ उठा सकते है।

Importance of Facebook Short video and Reels (1)

फेसबुक रील्स क्या है?

फेसबुक रील्स एक ऐसा फीचर है जो यूजर्स को 15 से 60 सेकंड के छोटे, मनोरंजक वीडियो(Entertaining video) बनाने और शेयर करने की permission देता है। यह फीचर टिकटॉक से प्रेरित है और इसका उद्देश्य युवा दर्शकों को अपनी तरफ आकर्षित करना है।

इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग में रील्स का महत्व

Reels ने इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के दुनिया को पूरी तरह से बदल दिया है। यहां जानिए कैसे:

  • युवा दर्शकों तक पहुंचने में सरल: Reels मुख्य रूप से युवाओं के बीच लोकप्रिय है, जिससे यह ब्रांडों के लिए एक नया दर्शक वर्ग तक पहुंचने का एक शानदार तरीका बन जाता है।
  • सरल और मनोरंजक के साथ अधिक सहभागिता (easy to particiaption): रील्स के इंटरैक्टिव फीचर्स जैसे कि संगीत, इफेक्ट्स और स्टिकर दर्शकों को अधिक सक्रिय रूप से आपकी तरफ आर्कषित करने में मदद कर सकते हैं।
  • ब्रांड जागरूकता: कम समय में बताइ गई जानकारी अगर स्पष्ट और आर्कषित करनें में आप एक्सपर्ट हैं तो रील्स आपके ब्रांड जागरूकता बढ़ाने का एक शानदार तरीका है।
  • तेजी से फैलने वाला कंटेंट: रील्स 24 घंटों के बाद गायब हो जाती हैं, जिससे दर्शकों को उन्हें देखने के लिए प्रेरित किया जाता है।

इंन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के लिए रील्स का प्रभावी उपयोग ऐसे करें-

  • सही इंन्फ्लुएंसर का चुनाव: अपने ब्रांड के लक्ष्यों और दर्शकों के अनुसार इंन्फ्लुएंसर का चुनाव करें।
  • क्रिएटिव कंटेंट बनाएं: रील्स के लिए आकर्षक और रचनात्मक कंटेंट बनाएं जो दर्शकों को आकर्षित करे।
  •  हैशटैग का सही ढंग से इस्तेमाल : रील्स  का कंटेंट चुनौतियों वाला  यानि कि चैलेंजिंग बनाएं और उसमें अच्छे शटैग का उपयोग करें ताकि लोगों को ये इंटरेस्टिंग लगे।
  • अपनी ब्रांडिंग करें: रील्स में अपनी ब्रांडिंग करने वाले कंटेंट को शामिल करें जिससे  दर्शकों को पता चल सके कि यह आप किस ब्रांड से या कौन-सा ब्रांड आपसे जुड़ा हुआ है।
  • रील्स रीप्ले कर observe करें: रील्स के इनसाइट पर्फोमेंस analyze करें और देखें कि क्या बदलाव करने की आवश्यकता है।

इंन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के लिए रील्स के फायदे

  • रील्स से बढ़ती हुई पहुंच औऱ कनेक्शन बनाना: इंन्फ्लुएंसर के फॉलोअर्स तक आपकी पहुंच बढ़ जाएगी।
  • कम समय में विश्वसनीयता बनाना: इंन्फ्लुएंसर के समर्थन से आपके ब्रांड की विश्वसनीयता बढ़ेगी।
  • रील्स से ग्रहक बनाकर बिक्री में वृद्धि: इंन्फ्लुएंसर मार्केटिंग से आपकी बिक्री में वृद्धि हो सकती है।
  • युवा दर्शकों तक पहुंचने का सरल जरिया: रील्स के माध्यम से आप युवा दर्शकों तक आसानी से पहुंच सकते हैं।

रील्स के माध्यम से इंन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के लिए टिप्स

  • सच्ची साझेदारी: इंन्फ्लुएंसर के साथ एक सच्ची साझेदारी बनाएं।
  • मूल्यवान कंटेंट: हमेशा High quality और Creative कंटेंट बनाएं।
  • मापें और अनुकूलित करें: अपने परिणामों (Results) को मापें और अपनी रणनीति को आवश्यकतानुसार बदलें।
  • ट्रेंड्स का पालन करें: रील्स पर चल रहे ट्रेंड्स को फॉलो करें और रील्स बनाते वक्त उन ट्रेंड्स को इस्तेमाल करें।
  • इंटरैक्टिव फीचर्स का उपयोग करें: रील्स के इंटरैक्टिव फीचर्स जैसे कि पोल, प्रश्न और स्टिकर का उपयोग करके दर्शकों को अपनी बात-चीत में शामिल करें।

Facebook Reels ने इंन्फ्लुएंसर मार्केटिंग के परिदृश्य को बदल कर रख दिया है। यह ब्रांडों के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है जिसका उपयोग वे अपने दर्शकों के साथ जुड़ने और अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए कर सकते हैं। सही रणनीति के साथ, आप रील्स के माध्यम से अपने ब्रांड को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।

अन्य जरुरी सुझाव:

  • स्थानीय local इंन्फ्लुएंसर्स: स्थानीय इंन्फ्लुएंसर्स के साथ साझेदारी करके आप अपने स्थानीय दर्शकों तक पहुंच सकते हैं।
  • माइक्रो-इंन्फ्लुएंसर्स से collabration: माइक्रो-इंन्फ्लुएंसर्स के साथ काम करना अधिक किफायती हो सकता है और वे आपके ब्रांड के प्रति अधिक वफादार हो सकते हैं।
  • कंटेंट कैलेंडर बनाएं: एक कंटेंट कैलेंडर बनाएं ताकि आप अपनी रील्स पोस्टिंग को आप रोजाना कुछ नए प्लान के साथ नए तरीकों से पोस्ट कर सकें।
  • अलग -अलग कंटेट का प्रयोग करें: विभिन्न प्रकार के रील्स वीडियो बनाएं जैसे कि ट्यूटोरियल, प्रोडक्ट रिव्यू, और रोचक कहानियां।

शॉर्ट-फॉर्म वीडियो आजकल सोशल मीडिया पर बहुत लोकप्रिय हो रही हैं। ये छोटे-छोटे वीडियो जो दर्शकों को विशेष ध्यान में रखने में मदद करते हैं ये आपको कई तरह के लाभ उठाने का मौका देता है। अंत में, याद रखें कि रील्स एक लगातार बदलता हुआ प्लेटफॉर्म है। इसलिए, आपको हमेशा नए ट्रेंड्स और फीचर्स के बारे में अपडेट रहना चाहिए। जिससे कि आप बाकी लोगों से पीछे न रह जाए।